नई दिल्ली, 15-दिसम्बर-2017 | आज से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में विश्व वेद सम्मेलन का शुभारंभ हुआ. सम्मेलन का उद्घाटन भारत के उपराष्ट्रपति माननीय श्री एम. वेंकैया नायडू जी ने किया. विश्व वेद सम्मेलन में विभिन्न समुदायों,सम्प्रदायों व अन्य देश के लोग सम्मिलित हुए।ईश्वरीय आध्यात्मिक क्रांति के लिए, जातिवाद मुक्त समाज के लिए, साम्प्रदायिकता का ज़हर मिटाने के लिए और नर-नारी समानता के लिए वेदों की ओर लौटने के आह्वान के साथ इस सम्मेलन की शुरुआत हुई। वैचारिक क्रांति लाने के इस अप्रतिम प्रयास की जितनी सराहना की जाए कम है. आज सम्मेलन के प्रथम सत्र का विषय था “वेदों का महत्त्व”. मेरा मानना है कि वेद हमारे जीवन में शांति लाते हैं. वेदों को अनुसंधान के माध्यम से दुनिया तक पहुंचाने की आवश्यकता है और वेदों से संबंधित लेखन और अनुसंधान के विषय में पतंजलि योगपीठ अपना सहयोग देने के लिए तत्पर है. जब तक जीवन है तब तक वैदिक धर्म के लिए, महर्षि दयानंद के मिशन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम प्रयासरत हैं.विश्व वेद सम्मेलन में विभिन्न समुदायों,सम्प्रदायों व अन्य देश के लोग सम्मिलित हुए।