16 Dec 2021: पतंजलि विश्वविद्यालय में शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद विभाग के तत्वावधान में विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण एवं खेल कोचिंग के नए आयाम शीर्षक पर सात दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का समापन विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने किया।
इस अवसर पर बालकृष्ण ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा प्राचीनकाल से खेल जैसे धनुर्विद्या, मल्लयुद्ध (कुश्ती) आदि से व्यायाम किया जाता था। पतंजलि विश्वविद्यालय भी उसी दिशा में कार्यरत है। पतंजलि ने हमेशा भारत के गौरव को बढ़ाने का कार्य किया है और भवष्यि में भी करता रहेगा। यह राष्ट्रीय खेल कार्यशाला उसी का ही एक रूप है। कार्यक्रम में प्रति-कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल ने कहा कि खेल राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए आवश्यक हैं। संकायाध्यक्ष मानविकी एवं प्राच्य विद्या साध्वी देवप्रिया ने कहा कि खेल से बालक-बालिकाओं में अनुशासन आता है तथा खेल मनुष्य को धैर्यवान बनाता है। सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के आयोजन की बागडोर डॉ. राम मिश्रा एवं सहयोग में डॉ. भागीरथी के रूप में निभायी। Read More….