नई दिल्ली, 11-अक्टूबर-2017 |
आज नई दिल्ली में आयुष मंत्रालय द्वारा “अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन 2017” आयोजित किया गया| इस सम्मलेन में माननीय नितिन गडकरी जी सड़क परिवहन, राजमार्ग व जहाजरानी मंत्री, भारत सरकार, आयुष राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक जी, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे जी, डॉ. एच. आर. नागेंद्र जी, श्री राजेश कुटेजा जी, तथा स्वामी महेशानंद जी एवं भारत सरकार के अन्य पदाधिकारी उपस्थिति थे| |प्रस्तुत हैं उद्बोधन के कुछ अंश …… मेरा मानना है कि योग का मूल स्रोत वेद हैं। वेदों की रक्षा होगी तो योग की रक्षा होगी। हमारे कठिन प्रयास से योग विश्व कोश लगभग तैयार है। और अगले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में योग विश्व कोश को लॉन्च करने का हमारा प्रयास है जिसमें 2500 से ज्यादा आसन, 200 से ज्यादा प्राणायाम, 500 से ज्यादा मुद्राएं तथा 250 से ज्यादा क्रियाओं का समावेश होगा। हमने 150 से ज्यादा पाण्डुलिपियों में दी गई योग की बातों को भी योग विश्व कोश में शामिल किया है। फिलॉसफिकल अप्रोच टु योगा हमारी एक ऐसी पुस्तक है जिसमें योग को लेकर तमाम शंकाओं का निराकरण हो सकता है। हमने पेशेंट मैनेजमेंट सिस्टम बनाया है जिसके माध्यम से हम लोग प्रतिदिन 50,000 से अधिक रोगियों का डेटा इकट्ठा करते हैं, जिससे योग का प्रभाव हम केंद्रीकृत रूप से देख सकें। मैं चाहता हूं कि पूरी दुनिया योग की चिकित्सा शक्ति को पहचाने और इस कार्य के लिए जो भी दायित्व हो हम उसकी पूर्ति करेंगे। हम संकल्प लें कि पूरी दुनिया के कोने-कोने में योग को पहुंचाएं।