08 Jun 2019: चिकित्सा के क्षेत्र में आचार्य बालकृष्ण का नाम दुनिया के शीर्ष लोगों में चुने जाने पर शुक्रवार को परमार्थ निकेतन में आचार्य बालकृष्ण का जोरदार स्वागत व सम्मान किया गया। परमार्थ निकेतन में जल संरक्षण के लिए आयोजित मानस कथा में चिदानंद मुनि ने बताया कि कथा के मंच से श्रद्धालुओं को राष्ट्र, समाज, पर्यावरण, परिवार और जीवन से जुड़ी समस्याओं के समाधान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
कथा में स्वच्छता, स्वच्छ जल, नदियों का संरक्षण, शौचालय के प्रति जागरुकता, प्लास्टिक मुक्त विश्व का निर्माण, गो संवर्धन, वृक्षारोपण, बढ़ते ई कचरे के प्रति जागरुकता, शाकाहारी जीवनचर्या, कुपोषण, महिला सशक्तीकरण, शादी से पहले शिक्षा, बाल विवाह के प्रति जागरुकता, दहेज प्रथा, नशा मुक्त भारत, भ्रूण हत्या के प्रति जागरूक किया जाता है। स्वामी चिदानंद मुनि ने बताया कि जेनेवा में यूनाइटेड नेशंस ने 800 करोड़ लोगों में दस लोगों का चयन किया है। चिकित्सा के क्षेत्र में आचार्य बालकृष्ण का नाम शामिल किया गया है।
इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कथा हमारी पात्रता और प्राण शक्ति को विकसित करती है। तब हमें भगवान की कृपा प्राप्त होती है। कथावाचक संत मुरलीधर ने जटायु प्रसंग सुनाया। चिदानंद मुनि ने आचार्य बालकृष्ण को अंगवस्त्र, रुद्राक्ष का पौधा और माला पहनाकर अभिनंदन और स्वागत किया। Read More…..