24 Jun 2019: पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संस्कृत में ज्ञान और विज्ञान का अपार भंडार समाहित है। वर्तमान दौर में संस्कृत के ज्ञान को दैनिक जीवन में अपनाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केन्द्र सरकार नई भारतीय शिक्षा नीति में भारतीय संस्कृति व संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित करने के काम पर जोर दे रही है। बालकृष्ण गुरुकुल कांगड़ी विवि में शुरू हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत संवर्धन कार्यशाला के शुभारंभ बोल रहे थे।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत संवर्धन कार्यशाला में मुख्य अतिथि आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संस्कृत में निहित ज्ञान और विज्ञान को शोध के माध्यम से दुनिया के सामने लाया जा सकता है। मुख्य वक्ता शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के सचिव अतुल कोठारी ने कहा कि आज देश में जहां संस्कृत भाषा उपेक्षा का दंश झेल रही है, वही विदेशों में कईं देश इस भाषा की प्रमाणिकता को स्वीकार कर इसे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित कर इसमें समाहित ज्ञान के भंडार का लाभ वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाये जाने के प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। Read More…….