4th August, 2019: कार्यक्रम में पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पतंजलि योगपीठ के देश और समाज के विकास में योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि पतंजलि ने योग और आयुर्वेद को देश में ही नहीं विदेश तक पहुंचाया है। जन्मदिन के मौके पर आयोजित ऑन इंटिग्रेटिड अप्रोच ऑनऑटोमिनीडिसआर्डर विषय पर गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण महाराज ने विश्व में आरोग्यता का मंत्र दिया है।
उन्होंने कहा कि योग का उद्भव उत्तराखंड से हुआ, इसलिए इसे देवभूमि कहा जाता है। योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि को योग और आयुर्वेद की सबसे बड़ी संस्था बनाने में आचार्य बालकृष्ण का अहम योगदान है। उन्होंने संपूर्ण जीवन क्रियाशील, गुणात्मक, रचनात्मक और समाज की सेवा में समर्पित किया हुआ है।
उन्होंने कहा कि आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेद की पुस्तकों के लेखन, प्रकाशन, पांडुलिपियों के संरक्षण, आयुर्वेदिक औषधियों की खोज, अनुसंधान, आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार व आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर स्वीकृति दिलाने में अहम भूमिका निभाई। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने भी पतंजलि योगपीठ की सफलता के सफर को सराहा। आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि पहले जब योग की बात आती थी तो यह हिमालय की गुफाओं तक ही सीमित था। Read More….