इतिहास देश की सभ्यता और संस्कृति को प्रदर्शित करता है: आचार्य बालकृष्ण
पतंजलि अनुसंधान संस्थान में ‘कालगणना के आधार पर इतिहास का पुनर्विवेचन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का…
पतंजलि अनुसंधान संस्थान में ‘कालगणना के आधार पर इतिहास का पुनर्विवेचन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का…
सम्पूर्ण विश्व में भारतीय संस्कृति व योग-आयुर्वेद को स्थापित करने की ओर पतंजलि ने बढ़ाया कदम
पतंजलि संस्थान ने योग-आयुर्वेद को विश्व में पहुंचाने के लिए एक ओर एक कदम आगे बढ़ाया है। पतंजलि संस्थान और कोरिया के देगू हानी विश्वविद्यालय ने समझौते…
उत्तराखंड के Haridwar स्थित पतंजलि संस्थान और कोरिया के देगू हानी विश्वविद्यालय के बीच Tuesday को समझौते पर हस्ताक्षर हुए. पतंजलि संस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि दोनों संस्थान सांस्कृतिक आदान प्रदान के साथ विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद व योग में आधुनिक शोध को आगे बढ़ाएंगे. कोरियाई चिकित्सा प्रणाली के लिए भी मिलकर काम करेंगे.
दक्षिण कोरिया के यंगसुंग बुकतो प्रांत में वैलनेस फेस्टिवल में पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने विशेष रूप से भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रसन्नता का विषय है कि हजारों वर्ष पुराने भारत-कोरियाई संबंधों को वर्तमान में राजनयिक रूप से पचासवें वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।