हरिद्वार, 19-दिसम्बर-2017 | पतंजलि योगपीठ तथा हरियाणा वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विकसित होगा विश्व भेषज वन ,विश्व भेषज अनुसंधान केन्द्र की होगी स्थापना
51 औषधीय वाटिकाओं तथा 20 मार्गदर्शक मानचित्रें का किया जायेगा निर्माण
अब तक 800 से अधिक पौधों का संग्रह तथा उनके हर्बेरियम का किया जा चुका है निर्माण
हरियाणा वन विभाग के प्रधान मुख्य वन सरंक्षक श्री जी.के. अहुजा जी अन्य उच्च वन अधिकारियों के साथ पतंजलि योगपीठ पधारे।
इस अवसर पर एक बैठक आहुत की गई जिसमें हरियाणा वन विभाग के प्रधान मुख्य वन सरंक्षक श्री जी.के. अहुजा जी एवं अन्य उच्च वन अधिकारियों से मोरनी हिल्स में विश्व भेषज वन के निर्माण के संबंध में विचार विमर्श किया।
पतंजलि योगपीठ एवं हरियाणा वन विभाग के सयुंक्त प्रयास से विश्व भेषज वन को विकसित करने के लिए वन अधिकारियों को मार्गदर्शन दिया। इसमें प्रमुख रूप से मोरनी क्षेत्र में एक विश्व भेषज अनुसन्धान केंद्र की स्थापना, एक विशाल जड़ी बूटियों की पौधाशाला का निर्माण, मोरनी में 51 औषधीय वाटिकाओं का निर्माण, 20 मार्गदर्शक मानचित्रें का निर्माण, मुख्य प्रवेश द्वाराें का निर्माण तथा स्थानीय जड़ी बूटी विक्रय केन्द्रों का निर्माण पर जोर दिया।
ज्ञात हो कि अब तक मोरनी हिल्स के वन सर्वेक्षण से पतंजलि अनुसन्धान संस्थान के वैज्ञानिकों ने 800 से अधिक पौधों का संग्रह तथा उनके हर्बेरियम का निर्माण किया है। मैंने वन विभाग के अधिकारियों को बताया की एक विस्तृत पुस्तक वहाँ के औषधीय पादपों पर लिखी जा रही है, जिसमे वहाँ पर प्राप्त जड़ी बूटियों का चित्र सहित वानस्पतिक वर्णन उनके औषधीय प्रयोगों के साथ दिया जायेगा। वन विभाग के अधिकारियों ने हमारे निर्देशों को अतिशीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन दिया। इसके पश्चात वन विभाग के अधिकारियों ने पतंजलि अनुसन्धान संस्थान व पतंजलि जड़ी बूटी उद्यान का अवलोकन भी किया तथा पतंजलि पौधशाला से विभिन्न जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।