हरिद्वार, 07-अक्टूबर-2017 | आज इंदौर में CII Leadership Conclave 2017 का आयोजन था | इस अवसर पर मध्यप्रदेश के Commerce, Industry & Employment Minister माननीय श्री राजेन्द्र शुक्ल जी, श्री अंशुल मित्तल जी Chairman CII MP, श्री सुधीर मेहता जी CII Western Region Council, श्री मनीष सिंह जी IAS, श्री कुमार पुरषोत्तम जी IAS, श्री डी. पी. आहूजा जी IAS व भारतवर्ष से आए अनेक प्रबुद्ध जन उपस्थित थे| आज के संबोधन के कुछ प्रमुख अंश…… शब्द से अधिक कर्मों की ध्वनि गहरी होती है। पतंजलि की सफलता भी इसी पर आधारित है क्योंकि हम कथनी से ज्यादा करनी में विश्वास करते हैं। पतंजलि कभी भी नुकसानदायक केमिकल इस्तेमाल नहीं करेगा |आज अमीरों के घर में भी बर्तन पतंजलि के डिश वॉश से धुलते हैं और उनके घर में काम करने वाली बाई भी अपने घर में भी पतंजलि के ही डिश वॉश से अपने बर्तन धोती है। हमारे सभी उत्पाद ऐसे हैं जो शुद्धता की कसौटी पर खरे उतरे हैं और जिन्हें समाज के हर तबके का व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के इस्तेमाल कर सकता है। पतंजलि ने कुछ नया नहीं किया बल्कि पुराने घिसे-पिटे ढर्रे को सुधारने का प्रयास किया। पतंजलि ने अपनी चीजों को अपनी पहचान के साथ जोड़ा न कि किसी दूसरे की पहचान के साथ। स्वामी जी ने खुद कहा कि ये मेरा उत्पाद है और उसकी जिम्मेदारी मेरी है। लेकिन ऐसा किसी और ने नहीं किया। हमने उत्पाद को बेचने के लिए अपनी संस्कृति को नहीं बेचा। क्योंकि हमारे जीवन का लक्ष्य उत्पाद बेचना नहीं है, अर्थ नहीं है बल्कि “अर्थ से परमार्थ” है। लोगों की समस्याओं को दूर करना है।