11 Mar 2021: पतंजलि योगपीठ के श्रद्धालयम परिसर में पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली का आधुनिक विज्ञान के साथ समाकलन, प्रासंगिकता, चुनौतियां एवं भावी परिपेक्ष्य शीर्षक पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण ने किया।
बाबा रामदेव ने आयुर्वेद चिकित्सा सम्पूर्ण विश्व के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद पर आधुनिक विज्ञानपरक अनुसंधान अति आवश्यक हैं, इस विषय पर उन्होंने विस्तार से चर्चा की। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान ने आयुर्वेद के संदर्भ में आधुनिक विज्ञान के मापदंडों पर अनुसंधान करते हुये चिकित्सा जगत को एक नए आयाम पर पहुंचाया है। सम्मेलन में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुनील जोशी ने पतंजलि के द्वारा चिकित्सा एवं अनुसंधान के संदर्भ में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुये सभी वैज्ञानिकों को प्रेरित किया। पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति- कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में आयुर्वेद एवं आधुनिक विज्ञान के समाकलन के क्षेत्र में अपार संभावनाओं की ओर इंगित करते हुये छात्रों को इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. अनुराग वार्ष्णेय ने पतंजलि अनुसंधान संस्थान के भावी अनुसंधान की रूप रेखा के बारे में बताया। डॉ. वेदप्रिया आर्या ने आचार्य द्वारा पतंजलि जड़ी-बूटी अनुसंधान विभाग के अंतर्गत किए जा रहे विविध प्रकार की अनुसंधानात्मक क्रिया-कलापों की जानकारी दी। इस दौरान डॉ. नवीन नवानी, डॉ. परन गौड़ा, डॉ. विक्रम दाबाड़े, डॉ. संतोष कुमार पिंग्ले, डॉ. रश्मि जोशी आदि शामिल रहे। Read More….